SQL Kya Hai in Hindi: SQL क्या है और उसके विभिन्न प्रकार

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हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी एक और SQL Language कि फायदेमंद पोस्ट में। इस पोस्ट में SQL Kya Hai in Hindi यानि कि SQL क्या है और उसके विभिन्न प्रकार के बारे में बोहोत ही आसान तरीके से आपकी सरल भाषा हिन्दी में दर्शाया गया है।

Structured Query Language (SQL) क्या है

sql kya hai in hindi
SQL Kya Hai in Hindi

What is sql in hindi: SQL का पूरा नाम Structured Query Language होता है जोकि एक ऐसी Language है जिसका उपयोग RDBMS (Relational Database Management System) से communicate करने के लिए किया जाता है।

SQL कुछ pre-defined queries प्रदान करता है जिनका उपयोग RDBMS application से data को store, manipulate और fetch/retrieve/access करने के लिए किया जाता हैं। SQL का प्रयोग करके database से data को आसानी से access किया जा सकता है।

SQL के विभिन्न प्रकार

Types of sql: Queries की कार्य-प्रणाली के आधार पर SQL को चार Categories में विभाजित किया गया है।

  1. DDL (Data Definition Language)
  2. DML (Data Manipulation Language)
  3. TCL (Transaction Control Language)
  4. DCL (Data Control Language)

1. Data Definition Language (DDL)

Data definition language in sql: DDL में कुछ queries होती है जिनका प्रयोग table के schema पर विभिन्न प्रकार के operations perform करने के लिए किया जाता है। अर्थात DDL का प्रयोग database में table के structure में changes करने के लिए किया जाता हैं जैसे कि table को create करना, delete करना तथा alter करना इत्यादि। DDL में चार प्रकार के commands का प्रयोग किया जाता है- create, alter, truncate तथा drop.

1) Create Command

Create command in sql: एक नये database object अथवा एक नयी table को create करने के लिए create command का प्रयोग किया जाता है।

Example 1: New database को create करना ।

create database database_name;

Example 2: New table को create करना ।

create table table_name
(
column1_name data_type,
column2_name data_type,
column3_name data_type,
.
.
.
);

2) Alter Command

Alter command in sql in hindi: Database में table के schema को manipulate अर्थात schema में changes करने के लिए alter command का प्रयोग किया जाता है। Alter command का प्रयोग करके पहले से बनी हुई table में new fields(columns) को add किया जा सकता है तथा columns को delete भी किया जा सकता है।

Database में जब भी alter command का प्रयोग करके column को add करते हैं तो वह नया column सबसे आखिरी में add होता है तथा इससे हम column को अपने अनुसार serial क्रम में नहीं add कर सकते हैं। अगर हम new column को अपने अनुसार serial क्रम में add करना चाहते हैं तो हम design में direct जाकर new column को आसानी से add कर सकते हैं।

Example 1: Table में alter command का प्रयोग करके new fields को add करना ।

alter table table_name add column_name data_type;

और,

alter table table_name add column_name1 data_type, column_name2 data_type, column_name3 data_type;

अर्थात,

alter table tbl_student add email varchar(100);

Example 2: Table में alter command का प्रयोग करके fields को delete करना ।

alter table table_name drop column column_name;

और,

alter table table_name drop column column_name1, column_name2;

अर्थात,

alter table tbl_student drop column email;

Database में alter command का प्रयोग schema को manipulate करने के लिए किया जाता हैं। अर्थात alter command का प्रयोग करके table A new column को add किया जा सकता है, table में मौजूद column को delete किया जा सकता है तथा column की definition में changes किये जा सकते हैं यानि कि column के datatype तथा datatype के size में alter command प्रयोग करके आसानी से changes किये जा सकते हैं।

अतः schema में change करने के लिए alter command का प्रयोग किया जाता है। Alter एक DDL Command होती है क्या alter के साथ में हम condition का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।

Database में हम alter command के साथ में add keyword का प्रयोग column को add करने के लिए करते हैं, drop keyword का प्रयोग column को delete करने के लिए करते हैं तथा alter command के साथ में alter keyword का प्रयोग हम column के datatype को change करने के लिए करते हैं। अर्थात,

alter table table_name add/alter/drop column column_name;

और,

alter table table_name alter column column_name data_type(size);
A) Alter का प्रयोग करके column को add करना

Database में जब हम scheme में एक नए column को add करना चाहते है तब हम alter command के साथ में add keyword का प्रयोग करते हैं।

Syntax: Table में columns को add करने का syntax.

alter table table_name add column_name data_type(size);

Example: Table में columns को निम्न प्रकार से add किया जाता है।

alter table tbl_student add College varchar(100) default 'JLNP';
B) Alter का प्रयोग करके column को delete करना

Database में जब हमें schema में किसी column या constraint को delete करना होता है तब हम alter command के साथ में drop keyword का प्रयोग करते हैं।

Syntax: Table में columns को delete करने का syntax.

alter table table_name drop column column_name;

Example: Table में columns को निम्न प्रकार से delete किया जाता है।

alter table tbl_student drop column College;
C) Alter का प्रयोग करके constraint को add और delete करना

Database में alter command के साथ में add keyword का प्रयोग करके constraint को add किया जा सकता है तथा drop keyword का प्रयोग करके constraint को delete किया जा सकता हैं।

Syntax: Table में constraints को add तथा delete करने का syntax.

alter table table_name add constraint constraint_name;

या,

alter table table_name add constraint constraint_name primary key(column_name);

और,

alter table table_name drop constraint constraint_name;

3) Truncate Command

Truncate command in sql: Database में truncate command का प्रयोग करके schema के सभी records को delete किया जा सकता है लेकिन schema को delete नहीं कर सकते हैं अर्थात truncate command का प्रयोग table के schema को reset करने के लिए किया जाता है।

Database में truncate command का प्रयोग schema को reset करने के लिए किया जाता है अर्थात truncate एक DDL command होती हैं जिसका प्रयोग करके हम table के सभी records को permanently delete कर सकते हैं।

Truncate command के साथ में हम किसी भी प्रकार की conditions का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। Truncate command का प्रयोग करके delete किये गये records को दोबारा recover नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह schema को पूरी तरह से reset कर देता हैं तो जाहिर-सी बात है कि हम reset हुए records को पुन: प्राप्त नहीं कर सकते हैं।

Example: SQL में Truncate command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

truncate table table_name;

4) Drop Command

Drop command in sql: Database में drop command का प्रयोग करके schema के सभी records को schema सहित delete किया जा सकता है अर्थात table के schema को delete करने के लिए drop command का प्रयोग किया जाता है।

Example: SQL में Drop command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

drop table table_name;

2. Data Manipulation Language (DML)

Data manipulation language in sql: DML का पूरा नाम Data Manipulation Language होता है। DML में कुछ queries होती है जिसका प्रयोग table में records को create तथा manipulate करने के लिए किया जाता है। DML का प्रयोग करके database में store tables के records में आसानी से changes किये जा सकते हैं।

DML का प्रयोग, SQL database में records के लिए सबसे अधिक किया जाता है तथा DML में भी चार commands का प्रयोग किया जाता है – insert, update, delete तथा select command.

1) Insert Command

Insert command in sql: Database में insert command का प्रयोग new records को create करने के लिए किया जाता है अर्थात insert command का प्रयोग करके हम table की new rows को create कर सकते हैं।

Example 1: SQL में Insert command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

insert into table_name values(column1_value,column2_value,.....);

अर्थात,

insert into tbl_student values(4,'Shubham','Lucknow');

Example 2: SQL में records को निम्न प्रकार से insert किया जाता है।

insert into table_name(column_name1,column_name2,column_name3) values(column1-value,column2_value,column3_value);

अर्थात,

insert into tbl_student(ID,Name,Address) values(1,'Shubham','Lucknow');

Example 3: SQL में दो या दो से अधिक records को निम्न प्रकार से insert किया जाता है।

insert into table_name(column1_name,column2_name,column3_name) values(column1_value,column2_value,column3_value),(column1_value,column2_value,column3_value),(column1_value, column2_value,column3_value);

अर्थात,

insert into tbl_student(ID,Name,Address) values(1,'Shubham','Lucknow'),(2,'Raj','Kanpur'),(3,'Vijay','Agra');

और,

insert into tbl_student values(1,'Shubham','Lucknow'),(2,'Raj','Kanpur'),(3,'Vijay','Agra');

2) Update Command

Update command in sql: Database में update command का प्रयोग table में मौजूद records को update करने के लिए किया जाता है अर्थात update command का प्रयोग table के records में changes करने के लिए करते हैं। Database में update command का प्रयोग table की cell की values की manipulate अथवा change करने के लिए किया जाता है।

Update command का प्रयोग करके cell में values को add किया जा सकता है, remove किया जा सकता है तथा पहले से मौजूद values में changes भी करके उसे update किया जा सकता है। अर्थात अगर हमें table की किसी cell में कोई value है उसे update करना है यानि कि उसमें कोई new value add करनी है तब हम update command का प्रयोग करते हैं।

Database में हम update command का प्रयोग condition के बिना भी कर सकते हैं तथा condition के साथ में भी कर सकते हैं और update command का प्रयोग प्रयोग करके table के किसी cell की value को add, delete तथा update किया जा सकता है।

Example: SQL में Update command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

update table_name set column1=value1, column2=value2 where condition;

अर्थात,

update tbl_student set Name='Rock', Address='Singapur' where ID=1;

और,

update tbl_student set Name='Jack',ID=7 where Address='Singapur';

3) Delete Command

Delete command in sql: Database में delete command का प्रयोग table में मौजूद records को delete करने के लिए किया जाता है अर्थात delete command का प्रयोग table के records को delete करने के लिए करते हैं।

Database में delete command का प्रयोग table की किसी row को delete करने के लिए किया जाता है या फिर हम किसी condition के आधार पर delete command का प्रयोग करके table की row को delete कर सकते हैं।

Delete command का प्रयोग करके table के किसी column या किसी cell के data को delete नहीं किया जा सकता है अर्थात delete एक DML command होती हैं जिसका प्रयोग table में मौजूद records को delete करने के लिए किया जाता हैं।

Database में delete command का प्रयोग करके records को permanently delete नहीं किया जा सकता है।अतः delete command का प्रयोग करके delete किये गये records को rollback किया जा सकता है अर्थात सभी records को दोबार recover किया जा सकता है।

Delete command का प्रयोग normal तरीके से तथा condition के साथ में, दोनों ही तरीकों से किया जा सकता है अर्थात delete command के साथ में हम condition देकर उस आधार पर भी table की row को delete कर सकते हैं।

Example: SQL में Delete command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

delete from table_name where condition;

अर्थात,

delete from tbl_student where ID=1;

और,

delete from tbl_student where ID=1 or ID=2;

और,

delete from tbl_student where ID=1 or Name='Raj' or Name='Ajay';

और,

delete from tbl_student where ID in (1,2,3);

4) Select Command

Select command in sql in hindi: Database में select command ont प्रयोग table में मौजूद records को select करने के लिए किया जाता है। अपति select command का प्रयोग कक्के table की row को आसानी से access कर सकते हैं।

Example: HTML में का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

select * from table_name;

और,

select column1, column2, column3,...... from table_name;

अर्थात,

select name, email, address from tbl_student;

जब भी हम database में select command का प्रयोग बिना किसी condition के करते हैं तब हमे table में मौजूद सभी records दिखाई पड़ते है लेकिन अगर हम select command का प्रयोग condition के साथ में करते हैं तो हमें table के records condition के आधार पर filter होकरके दिखाई पड़ते हैं या select होकर आते हैं।

select * from tbl_student where College='Lucknow Public School';

3. Transaction Control Language (TCL)

Transaction control language in sql: TCL का पूरा नाम Transaction Control Language होता है जिसका प्रयोग database में होने वाले transactions को control तथा manage करने के लिए किया जाता है।

जब भी database में कोई भी transaction होता है तो tables में एकसाथ कई changes होते हैं तो इस स्थिति में हम इन सभी changes को एकसाथ manage करने तथा सभी tables की consistency बनाये सबने के लिए Transaction Control Language का प्रयोग करते हैं।

Transaction Control Language अथवा TCL command का प्रयोग मुख्यतः केवल insert, update तथा delete जैसे DML commands के साथ किया जाता है। TCL में कुछ ऐसी queries होती है जिनका प्रयोग database में होने वाले transaction को maintain करने के लिए लिए किया जाता है अर्थात TCL में प्रयोग किये जाने वाले मुख्य commands commit, rollback तथा savepoint होते हैं।

Database में TCL में single transaction का मतलब है कि multiple operations perform हो रहे है जोकि transaction के time पर table के schema की consistency को maintain रखते हैं।

1) Commit Command

Commit command in sql: TCL में commit command का प्रयोग database में होने वाले प्रत्येक transaction को save करने के लिए किया जाता है अर्थात जब भी कोई transaction होता हैं तब उस समय database में कई changes होते हैं तब इन सभी changes को save करने के लिए हम commit command का प्रयोग करते हैं।

Example: SQL में Commit command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

delete from Customer where State='Uttar Pradesh';
commit;

2) Rollback Command

Rollback command in sql: Transaction Control Language में rollback command का प्रयोग database में उन सभी transactions को पूर्ववत(undo) करने के लिए किया जाता है जोकि database में save नहीं किये गये हैं अर्थात rollback statement का प्रयोग सभी transaction को पुन: प्राप्त करने के लिए करते हैं।

Example: SQL में Rollback command का प्रयोग निम्न प्रकार से किया जाता है।

delete from Customer where State='Uttar Pradesh';
rollback;

3) Savepoint Command

Savepoint command in sql: Transaction Control Language में Savepoint command का प्रयोग database में होने वाले transactions पर mark को set करने के लिए किया जाता है।

TCL में Savepoint command का प्रयोग हम transaction का rollback किये बिना अर्थात पूर्ववत(undo) किये बिना उसे उस एक specific point पर लाने के लिए किया जाता है जिस भी point पर database में transaction के दौरान कोई error आ जाती है।


4. Data Control Language (DCL)

Data control language in sql: DCL का पूरा नाम Data Control Language होता हैं। Database में DCL का प्रयोग user को database को access करने की authority प्रदान करने तथा database को access करने की दी गई authority को वापस लेने के लिए किया जाता है।

अर्थात DCL का प्रयोग database को un-authorized access से secure करने के लिए मुख्य रूप से किया जाता है। DCL में मुख्यतः तीन प्रकार के commands का प्रयोग किया जाता है- grant, revoke तथा rename.

1) Grant Command

Grant command in sql: Data Control Language में grant command का प्रयोग database users को database को access करने की authority प्रदान करने के लिए किया जाता है अर्थात grant command का प्रयोग विभिन्न प्रकार के database users को database को access करने की permissions प्रदान करने के लिए किया जाता है।

2) Revoke Command

Revoke command in sql: Data Control Language में revoke command का प्रयोग database users को database को access करने की दी गई authority को वापस लेने के लिए किया जाता है अर्थात revoke command का प्रयोग database users से database को access करने की permissions को वापस लेने के लिए किया जाता हैं।

3) Rename Command

Rename command in sql: Data Control Language में rename command का प्रयोग database या database में tables के नाम को rename अथवा change करने के लिए किया जाता हैं। DCL की rename command का प्रयोग करके हम आसानी से pre-existing database और tables के name को change करके अपने अनुसार rename कर सकते हैं।


Delete Command और Truncate Command में अंतर

Difference between delete and truncate: Database में अगर किसी table में delete command का प्रयोग करके उसके records को delete करने के बाद में , अगर उसी table में new records को insert किया जाता है तो अगर आपने उस table में column में (जैसे – Serial No. या Roll No.) identity का प्रयोग किया है तो जो records होंगे उनमें Serial No. +1 होकर आया होगा।

तो जब आप delete command का प्रयोग करके table के records को delete करने के बाद में उसी table में new records को insert करायेंगे तो new records को Serial No. पिछले record के Serial No. के बाद से +1 होकर add होना शुरू होता है।

क्यूँकि delete command का प्रयोग करके हम जिन भी records को table से delete करते हैं उन्हें पुनः recover भी किया जा सकता है और जब उन्हें पुन: recover किया जायेगा तो उनका तो Serial No. वही रहेगा जोकि उनको delete करने से पहले था और आप table में जो new records insert करेंगे वह records उन्ही Serial No. के बाद Serial No. के साथ +1 होकर add या insert होते जायेंगे।

Example: मान लीजिए कि एक table है जिसमें चार records को insert किया गया है तथा table के Serial No. वाले column में identity keyword का प्रयोग किया गया है जिससे कि Serial No. अपने-आप +1 होकर insert होते जायेंगे।

Serial NumberNameEmailAddress
1Shubhamshubham@gmail.comAgra
2Ramram@gmail.comKanpur
3Ajayajay@gmail.comLakhimpur
4Vinodvinod@gmail.comUnnao

अब मान लीजिए कि इस table में जो चार records है जिनके Serial No. क्रमशः 1,2,3,4 है उन्हें delete commend का प्रयोग करके delete कर दिया जाता है और इसी table में फिर से चार new records को insert किया जाता है, तब जो नये records table में insert होकर आयेंगे उनके Serial No. क्रमश: 5,6,7,8 होगे।

Serial NumberNameEmailAddress
5Rahulrahul@gmail.comKolkata
6Vikasvikas@gmail.comDelhi
7Aayushaayush@gmail.comNoida
8Jayjay@gmail.comKanpur

अब ऊपर दी गई table में यह serial number increase होकर 5,6,7,8 इसलिए आये है क्योंकि हमने इस table के जिन भी records को delete command का प्रयोग करके delete किया है उन्हें फिर से recover भी किया जा सकता है और जब उन्हें recover किया जायेगा तब भी उनका Serial No. 1,2,3,4 ही होगा।

लेकिन truncate command का प्रयोग करके delete किये गये records में ऐसा बिलकुल भी नहीं होता है क्योंकि उन्हें हम पुनः recover नहीं कर सकता हैं इसलिए अगर हम truncate command का प्रयोग करके table के records जिनका Serial No. 1,2,3,4 है उनको delete करते हैं तो यह records permanently delete हो जायेंगे और जब आप table में new records को insert करायेंगे तो उसका Serial No. फिर से शुरू से यानि कि 1,2,3,4 से ही शुरू होगा।

निष्कर्ष – Structured Query Language

दोस्तों मैं उम्मीद करता हूँ कि मैंने इस पोस्ट के माध्यम से आपको SQL Kya Hai in Hindi यानि कि SQL क्या है और उसके विभिन्न प्रकार के बारे में बताया है जिसे आप बोहोत ही आसानी से समझ गए होंगे गए होंगे क्यूंकि मैंने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बोहोत ही आसानी से यह समझाने का पूर्णतः प्रयास किया है कि आप कैसे SQL के सभी commands का प्रयोग कर सकते है।


पोस्ट को पूरा पढने के लिए धन्यवाद ! अगर आपका इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई भी प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट करके पूंछ सकते है

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