दोस्तों स्वागत है आपका हमारी Science (विज्ञान) की एक बेहतरीन पोस्ट में और आज मैं आपको यहाँ पर यह बताने वाला हूँ कि विज्ञान किसे कहते हैं (vigyan kise kahate hain) और विज्ञान की परिभाषा क्या है , विज्ञान के प्रकार तथा विज्ञान का जनक कौन है तो अगर आप इन सभी के बारे में बोहोत ही सरल भाषा में जानना और समझना चाहते है तो इस पोस्ट को पूरा पढियेगा |
दोस्तों आपको तो पता ही होगा जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है वैसे-वैसे ही विज्ञान का विकास तेजी से होता जा रहा है और लोग विज्ञान का प्रयोग आज के समय में बोहोत ही अच्छी तरीके से करके बोहोत सारे क्षेत्रों में आसानी से प्रगति कर रहे है |
विज्ञान एक ऐसा विषय है जिसके बारे में हमे पढने में और अध्ययन करने में तो अच्छा लगता ही है बल्कि यह विज्ञान विषय हमे बोहोत सारी चीजों के बारे में बोहोत ही आसानी से समझने में भी बोहोत ही ज्यादा मदद करता है|
Vigyan Kise Kahate Hain?
Article Type | Education |
Article Category | Science (विज्ञान) |
Article Name | विज्ञान किसे कहते हैं और विज्ञान के प्रकार |
Article Language | Hindi |
Official Website | shubhampal.co.in |
विज्ञान किसे कहते हैं
विज्ञान का जनक कौन है(vigyan ke janak kaun hai):- आधुनिक विज्ञान के जनक गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei) को माना जाता है। गैलीलियो गैलिली एक बोहोत ही कुशल और बेहतरीन गणितज्ञ, भौतिकविद तथा दार्शनिक थे जिन्होंने सम्पूर्ण यूरोप की वैज्ञानिक क्रांति में महत्वपूर्ण और अमूल्य योगदान दिया था।
विज्ञान की परिभाषा(vigyan ki paribhasha):- अगर हम विज्ञान की बात करें तो विज्ञान शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है , वि + ज्ञान जिसका बोहोत आसान से अर्थ होता है विशेष ज्ञान | विज्ञान को अंग्रेजी में साइंस (Science) कहा जाता है |
किसी भी वस्तु के बारे में आसान भाषा में जानकारी को प्राप्त करके उस प्राप्त की गयी जानकारी का सही तरीके से उचित प्रयोग करना तथा किसी भी प्रकार की वस्तु का विशेष रूप से गहन अध्ययन और विश्लेषण करने को ही आसान शब्दों में विज्ञान कहा जाता है |
विज्ञान के प्रकार
Vigyan ke prakar:- दोस्तों जैसा की आपको तो पता ही होगा के आज के मॉडर्न समय में विज्ञान का विकास काफी ज्यादा हो चूका है और लगातार होता चला जा रहा है | जैसे ही विज्ञान का विकास तेजी से होता चला गया और विज्ञान का क्षेत्र तेजी से बढ़ता गया तो विज्ञान को विभिन्न प्रकार के विशेष क्षेत्रों के आधार पर विभिन्न प्रकारों में विभाजित कर दिया गया |
विज्ञान के कुछ मुख्य प्रकार निम्न प्रकार है जिनको हम बोहोत ही आसान भाषा में समझेंगे |
भौतिक विज्ञान किसे कहते हैं
भौतिक विज्ञान का जनक कौन है:- भौतिक विज्ञान के जनक सर आइज़ेक न्यूटन (Isaac Newton) है। आइज़ैक न्यूटन इंग्लैंड के एक महान वैज्ञानिक थे जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण का नियम और गति के सिद्धान्त की खोज की थी । इसके साथ ही सर आइज़ेक न्यूटन एक महान गणितज्ञ, भौतिक वैज्ञानिक, ज्योतिष और साथ में एक महान दार्शनिक भी थे।
भौतिक विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत हम पदार्थों के विशेष भौतिक गुणों का आसान भाषा में अध्ययन करते है तथा प्रकृति से सम्बंधित अनेक प्रकार की ऊर्जाओ का अध्ययन एवं विश्लेषण किया जाता है उसे भौतिक विज्ञान कहते है|
भौतिक विज्ञान के अंतर्गत हम वस्तुओ से सम्बंधित भौतिक रूप से जानकारियों को प्राप्त करके उनका अध्ययन करके उनके बारे में गहराई से जाँच करते है | विज्ञान की शाखा भौतिक विज्ञान को अंग्रेजी में Physics (फिजिक्स) कहा जाता है |
रसायन विज्ञान किसे कहते हैं
रसायन विज्ञान का जनक कौन है:- रसायन विज्ञान के जनक एंटोनी लेवोज़ियर (Antoine Lavoisier) है। एंटोनी लेवोज़ियर का रसायन और जीवविज्ञान दोनों ही क्षेत्रों में बहुत ही बड़ा और महत्वपूर्ण योगदान है। इसके साथ ही एंटोनी लेवोज़ियर ने ही सबसे पहले यह सिद्ध किया था कि श्वसन तथा दहन दोनो ही मुख्यतया एक ही प्रकार की प्रक्रियाएँ होती हैं तथा वायु के ऑक्सीजन के साथ धातुओं के संयोग करने से धातुभस्में बनती हैं।
रसायन विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत पदार्थ के भौतिक एवं रासायनिक गुणों का विशेष अध्ययन किया जाता है और पदार्थ में होने वाली विभिन्न प्रकार की भौतिक और रासायनिक क्रियाओ का गहन अध्ययन एवं विश्लेषण किया जाता है उसे रासायनिक विज्ञान कहा जाता है |
विज्ञान की शाखा रसायन विज्ञान को अंग्रेजी में केमिस्ट्री (Chemistry) कहा जाता है | रासायनिक विज्ञान के नाम केमिस्ट्री शब्द की उत्पत्ति मिस्त्र देश के प्राचीनतम अथवा पुराने नाम कीमिया से हुयी थी जिसका सामान्य अर्थ होता है – काला रंग |
जीव विज्ञान किसे कहते हैं
जीव विज्ञान का जनक कौन है:- जीव विज्ञान का जनक अरस्तू (Aristotle) को माना जाता है। इसके साथ ही साथ अरस्तू को ‘जंतु विज्ञान का पिता’ भी कहा जाता है जोकि जीव विज्ञान की एक मुख्य शाखा है। अरस्तु एक महान यूनानी दार्शनिक होने के साथ-साथ प्लेटो के शिष्य और सिकंदर के गुरु भी थे।
जीव विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के जीवों के विकास , जीवों के कार्य और जीवों के वर्गीकरण का विशेष रूप से अध्ययन किया जाता है उसे जीव विज्ञान कहा जाता है |
सरल शब्दों में कहे तो जीव विज्ञान , विज्ञान की उस विशेष शाखा को कहा जाता है जिसमे आप हमारी पृथ्वी पर रहने वाले विभिन्न प्रकार के जीवो बारे में अध्ययन और विश्लेषण करके उनसे सम्बंधित विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्राप्त करते है |
जीव विज्ञान , विज्ञान की बोहोत ही बेहतरीन शाखा है जिसमे हमे हमारे आस-पास रहने वाले जीवों के बारे में बोहोत कुछ जाने और सीखने को मिलता है | जीव विज्ञान को अंग्रेजी में बायोलॉजी (Biology) कहा जाता है |
राजनीति विज्ञान किसे कहते हैं
राजनीति विज्ञान का जनक कौन है:- राजनीति विज्ञान के जनक अरस्तू (Aristotle) है। आपको यह बात पता होनी चाहिए की महान यूनानी दार्शनिक अरस्तु की गिनती उन महान दार्शनिकों में की जाती है जोकि इस प्रकार के व्यक्ति थे जो परम्पराओं पर भरोसा नही करके किसी भी घटना की अच्छे से जाँच करने के बाद में ही किसी मुख्य नतीजे पर पहुंचते थे।
राजनीति विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत मानव जाती के अधिकारों , उनके सरकार और राज्य से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की विशेष सेवाओ और कर्तव्यों का गहन रूप से अध्ययन और विश्लेषण किया जाता है उसे राजनीती विज्ञान कहा जाता है | विज्ञान की वह शाखा राजनीति विज्ञान को अंग्रेजी में पॉलिटिकल साइंस (Political Science) कहा जाता है |
विज्ञान की शाखा राजनीती विज्ञान को अगर सरल शब्दों में समझा जाए तो राजनीती विज्ञान , विज्ञान की वह शाखा है जिसमे हम मानव के विभिन्न प्रकार के अधिकारों और राज्य के विभिन्न कानूनों का विशेष रूप से अध्ययन करते है |
सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं
सामाजिक विज्ञान का जनक कौन है:- सामाजिक विज्ञान के जनक अगस्टे कॉम्टे (Auguste Comte) है। अगस्टे कॉम्टे इस बात का उल्लेख किया था कि समाजशास्त्र ही एक ऐसा विज्ञान होगा जो सामाज की प्रगति एवं तीव्र विकास से संबंधित सामान्य नियमों और सिद्धांतों निर्माण एवं विकास करेगा। अगस्टे कॉम्टे ही वह महान व्यक्ति थे, जिन्होंने ‘ सामाजिक भौतिक शास्त्र ‘ का नाम बदलकर ‘समाजशास्त्र’ किया।
सामाजिक विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत मानव समाज के विभिन्न प्रकार के सामाजिक समूहों और उसने जुड़े विभिन्न प्रकार के भिन्न-भिन्न पहलुओं का गहन अध्ययन किया जाता है उसे सामाजिक विज्ञान कहा जाता है | विज्ञान की शाखा सामाजिक विज्ञान को अंग्रेजी में सोशल साइंस (Social Science) कहा जाता है |
विज्ञान की शाखा , सामाजिक विज्ञान को अगर सरल शब्दों में अगर समझा जाये तो सामाजिक विज्ञान के नाम से ही बोहोत ही आसानी से यह पता चल रहा है की इसमें मानव समाज से जुड़ी हुये विभिन्न प्रकार के सामाजिक तत्वों का गहन अध्ययन आयर विश्लेषण किया जाता है|
गृह विज्ञान किसे कहते हैं
गृह विज्ञान का जनक कौन है:- गृह विज्ञान के जनक जस्टस वॉन लिबिग (Justus Von Liebig) है। आपको इस जरुरी बात के बारे में भी पता होना चाहिये कि जस्टस वॉन लिबिग को आधुनिक पोषण का जनक भी कहा जाता है। जस्टस वॉन लिबिग एक महान जर्मन रसायनज्ञ थे, जिन्हें व्यापक रूप से कृषि रसायन विज्ञान के संस्थापकों में से एक के रूप में श्रेय दिया जाता है साथ ही उन्होंने कार्बनिक यौगिकों के विश्लेषण में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
गृह विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत गृह अथवा घरों से सम्बंधित विभिन्न प्रकार के भिन्न-भिन्न कार्यों का विशेष रूप से गहन अध्ययन और विश्लेषण किया जाता है उसे गृह विज्ञान कहा जाता है | विज्ञान की शाखा गृह विज्ञान को अंग्रेजी में होम साइंस (Home Science) कहा जाता है |
विज्ञान की शाखा , गृह विज्ञान को अगर सरल शब्दों में समझा जाए तो गृह विज्ञान , विज्ञान की वह दिलचस्प शाखा है जिसमे हमे घरों से सम्बंधित विभिन्न प्रकार के कार्यों के बारे में जानते और सीखते है और घरों से सम्बंधित खान-पान , रहन-सहन , साज-सज्जा इत्यादी का भी आसान भाषा में अध्ययन किया जाता है |
कृषि विज्ञान किसे कहते हैं
कृषि विज्ञान का जनक कौन है:- कृषि विज्ञान के जनक एम. एस. स्वामीनाथन (M. S. Swaminathan) है। एम. एस. स्वामीनाथन जी को भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है। आपको यहाँ पता होना चाहिये कि एम. एस. स्वामीनाथन जी ने मैक्सिको के बीजों को पंजाब की घरेलू किस्मों के साथ मिला करके उच्च उत्पादकता वाले गेहूं के संकर बीज विकिसित किए थे।
कृषि विज्ञान की परिभाषा:- विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत कृषि से सम्बंधित विभिन्न प्रकार के विषयों जैसे की खेती , फसल , पेड़-पौधे और भिन्न-भिन्न प्रकार की वन्सपतियों के बारे में गहन अध्ययन और विश्लेषण किया जाता है उसे कृषि विज्ञान कहा जाता है | विज्ञान की शाखा कृषि विज्ञान को अंग्रेजी में एग्रीकल्चर साइंस (Agriculture Science) कहा जाता है |
विज्ञान की शाखा , कृषि विज्ञान को अगर सरल शब्दों में समझा जाए तो कृषि विज्ञान , विज्ञान की वह सबसे फायदेमंद शाखा है जिसमे हम खेतों के बारे में सीखते है , फसलें कैसे बोई जाती है और खेंतों में अनाज को कैसे उगाया जाता है इस सबके बारे में भी बोहोत ही आसानी से अधययन करते है |
विज्ञान के चमत्कार
Vigyan ke chamatkar:- अगर बात की जाए विज्ञान के चमत्कारों की तो विज्ञान के द्वारा अब तक के ऐसे बोहोत से कार्य किये जा चुके है जिन्हें किसी चमत्कार से कम तो बिल्कुल भी नहीं समझा जा सकता है |
क्यूंकि हमारी दुनिया , हमारे समाज और हमारे लोगो को विज्ञान से बोहोत कुछ प्रदान किया है जोकि हमारी जीवन शैली को बोहोत ही आसान और प्रगतिशील बनाता है |
विज्ञान की भूमिका और उसका महतवपूर्ण योगदान प्रत्येक क्षेत्र में है जिसकी प्रशंसा जितनी अधिक की जाए वह कम है क्यूंकि विज्ञान की सहायता से ही हमारे लोग और हमारा समाज तेजी से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने में सफल हो पाया है |
कंप्यूटर तकनीक, ज्ञान और ईंधन जैसे विज्ञान ने जो अद्वितीय उपकरण प्रदान किए हैं, उन्होंने जीवन को बहुत आसान और लाभदायक बना दिया है। विज्ञान ने मनुष्य को बिजली से नियंत्रित पंखे, एयर कंडीशनर, टीवी, कूलर और प्रकाश व्यवस्था सहित कई प्रकार के उपकरण प्रदान किए हैं।
अब जबकि विज्ञान ने सौर गैस, सेल फोन, हीटर आदि जैसे कई विद्युत उपकरणों का विकास कर लिया है, इसने मानव कार्य को और भी सरल बना दिया है। ये सभी वैज्ञानिक आविष्कार मानवता के लिए एक महान लाभ साबित हुए हैं। भोजन, आवास, परिवहन, चिकित्सा, मनोरंजन, कृषि, मनोरंजन, उद्योग आदि सहित प्रत्येक विषय पर विज्ञान का प्रभाव है।
इसलिए यही कारण है की विज्ञान ने अब तक हमे जो कुछ भी प्रदान किया है वह किसी चमत्कार से कम नहीं है और इसलिए आप आज विज्ञान के चमत्कार के बारे में आप यहाँ पर पढ़ रहे है और उनसे सीख करके आप भी विज्ञान का प्रयोग करके जरुर ऐसे चमत्कार करने में सफल होंगे |
विज्ञान वरदान या अभिशाप
Vigyan vardan ya abhishap:- अगर बात की जाए विज्ञान के वरदान और अभिशाप की तो अभी तक विज्ञान ने ऐसे बोहोत से आविष्कार हमे प्रदान किये है जिनका हमे बोहोत ही ज्यादा फायदा हुआ है |
परन्तु विज्ञान के बोहोत सारे आविष्कार ऐसे भी है जिन्होंने मानव जाती को बोहोत ही ज्यादा हानि पहुंचाई है लेकिन इसके लिए हम विज्ञान पर सीधा-सीधा तो दोष बिल्कुल भी नहीं डाल सकते है क्यूंकि इसके लिए मानव भी जिम्मेदार है |
हालाँकि विज्ञान ने मानव को बहुत लाभ पहुँचाया है, लेकिन यह खेदजनक है कि परमाणु हथियारों और अन्य चीजों जैसे घातक आविष्कारों ने पूरी मानव प्रजाति को खतरे में डाल दिया है। परिणामस्वरूप, यद्यपि यह मनुष्य के लिए एक वरदान है, यह संपूर्ण मानव समाज के लिए एक अभिशाप भी है।
वास्तव में, यदि हम विज्ञान के लाभ और हानियों को देखें, तो हम देख सकते हैं कि विज्ञान के उचित उपयोग या दुरुपयोग के लिए अंततः मनुष्य ही जिम्मेदार है। कोई भी मनुष्य इसे कैसे ग्रहण करता है यह उसके ऊपर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, यदि परमाणु ऊर्जा का सही उपयोग किया जाता है, तो यह मनुष्य को ऐसी ऊर्जा प्रदान कर सकती है जिसका उपयोग खपत के लिए किया जा सकता है, जैसे कि बिजली का उत्पादन।
दोस्तों इसलिए विज्ञान वरदान या अभिशाप है इसका निर्णय लेना तो बोहोत ही ज्यादा मुस्किल है क्यूंकि जहाँ आपको कुछ लाभ हो रहा है वहां पर जाहिर सी बात है कि आपको थोड़ी बोहोत हानि तो होगी ही इसलिए अगर आप विज्ञान का इस्तेमाल करते है तो आपको इसका अच्छा-खासा ज्ञान होना बोहोत ही ज्यादा जरुरी होता है|
निष्कर्ष – विज्ञान की परिभाषा व विज्ञान के चमत्कार
दोस्तों मै उम्मीद करता हूँ की अगर आपने इस पोस्ट को पूरा पढ़ा है तो आप इस पोस्ट को पढ़ करके बोहोत ही आसानी से यह समझ गए होंगे की आखिर विज्ञान किसे कहते हैं(vigyan kise kahate hain) और विज्ञान की परिभाषा क्या है , विज्ञान के प्रकार तथा विज्ञान का जनक कौन है एवं विज्ञान के चमत्कार के बारे में भी आपको अच्छे से और बोहोत ही आसानी से समझ में आगया होगा |
FAQ – विज्ञान से सम्बंधित सवाल
Ans: विज्ञान दिवस 28 फरवरी को मनाया जाता है |
Ans: विज्ञान शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है बना है: वि+ज्ञान। “वि” का मतलब ‘विशेष’ तथा “ज्ञान” का मतलब ‘जानना’ है।
Ans:विज्ञान की मुख्य तीन शाखाएँ हैं: भौतिक विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान और जीवन विज्ञान। विज्ञान की तीन शाखाओं में से प्रत्येक के अपने अलग-अलग अनुप्रयोग हैं।
Ans: विश्व विज्ञान इतिहास में आचार्य जगदीश चन्द्र बसु का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है और उन्हें भारत का प्रथम आधुनिक वैज्ञानिक माना जाता है।
Ans: दुनिया का सबसे तेज दिमाग वाला वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन (1879-1955) था।
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Shubham Pal (शुभम पाल) एक Digital Creator है जिसका हिन्दी ब्लॉग shubhampal.co.in है | इस ब्लॉग पर आपको टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर से सम्बंधित बोहत सारी चीजो के बारे में बोहोत ही सरल भाषा में सीखने को मिलता है इसके साथ-साथ हमारे इस हिंदी ब्लॉग पर आपको YouTube , Blogging , Affiliate Marketing और ऑनलाइन पैसा कमाने के बोहोत सारे तरीको के बारे में भी जानने और सीखने को मिलता है |